Monthly Archives: May 2023

हे सदाशिव……….!!!

सदाशिव, तुम्हारी दया दृष्टि के संकेत मात्र से कृपा वृष्टि का एक हल्का सा झोंका, दो चुटकी श्रीचरण रज घोले आज कैसे बरस पड़ा मेरे अन्तःकरण के कोने कोने में? आज मेरे मन के अतृप्ततता की अनवरत प्यास संतृप्तता की … Continue reading

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